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मंज़िल, बिना किसी सीमा के वी.बी.एस. में आपका स्वागत् है!
कितनी बार आपने किसी बच्चे से पूछा है, ‘‘जब आप बड़े हो जाओगे तब क्या बनना चाहते हो?’’
हम सब में एक सपना होता है कि हम क्या बनना चाहते हैं। हम परमेश्वर पर भरोसा रखते हैं कि कुछ बड़ा काम करने के लिए वह हमें इस्तेमाल करेंगे। यह किसी स्कूल में, हमारी कलीसिया में, राजनीति में, अस्पतालों में, या किसी संस्था में काम करते हुए संसार तक पहुंचने के द्वारा हो सकता है। परमेश्वर को हर क्षेत्र में योग्य लोगों की जरूरत है, और हम उनमें से एक होने के लिए आशा रख सकते हैं। जिस तरह से हम सपना देखते हैं कि परमेश्वर हमें इस्तेमाल करेंगे, उसी तरह हमारी कलीसियाओं और समुदायों के बच्चों में भी सपना होता है। वे इस बात की आशा रखते और सपना देखते हैं कि एक दिन वे क्या बनेंगे। वे परमेश्वर के बारे में सपना देखते हैं कि उनके जीवनों के लिए उसकी बड़ी गलतियां होंगी।
खुशखबरी यह है कि सच में परमेश्वर के पास उनके जीवन के लिए महान योजनाएं है।
दुख की खबर यह है कई लोग गललियां करते और परमेश्वर की महान योजना से वंचित रह जाते हैं।
इस वी बी एस का उद्देश्य यह है कि आपके समुदाय के बच्चों की मदद करना कि वे उस योजना से वंचित न रह जाएं, बल्कि परमेश्वर की योजना में बने रहें और अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करें। जिस तरह से कोई पहाड़ पर चढ़ता है, उसी तरह आगे बढ़ते रहने के लिए एक इच्छा होनी चाहिए, और साथ ही शिखर तक पहुंचने के लिए थोड़ा साहस और शक्ति की भी जरूरत होती है।
इसी तरह से ही परमेश्वर हमारे जीवन में भी कार्य करता है। ऊपर की ओर जाने का रास्ता वास्तव में नीचे की ओर होता है! लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, जबकि हमें ऐसा लगता है कि हम कहीं नहीं जा रहे या पीछे की ओर जा रहे हैं, फिर भी परमेश्वर के पास हमारे लिए एक महान योजना है, जैसा कि उसने यूसुफ के लिए किया। परमेश्वर हमारे जीवन को नियंत्रित करना चाहते हैं, अगर हम उसे अनुमति देते हैं।
"जो अपने प्राण बचाता है, वह उसे खोएगा; और जो मेरे कारण अपना प्राण खोता है, वह उसे पाएगा।" मत्ती 10:39
जब हम अपना जीवन परमेश्वर को देते हैं, तो अगर हमें ऐसा लगे कि हम नीचे की ओर जा रहे हैं, तब भी वास्तव में हम ऊपर की ओर जा रहे होते हैं।
आप क्या कहते हो?
क्या आप अपने विद्यार्थियों को पहाड़ पर चढ़ने के साहसिक अभियान में ले जाने की इच्छा रखते हो? आईए हम ऐसी कल्पना करें कि वे बर्फ पर स्कींग करते हुए मनोरंजन स्टेशनों जैसे कि ‘‘कैबिन शिल्पकला’’ या ‘‘बर्फीले खेल’’ के विस्फोटक चक्कर लगा रहे हो। आपके विद्यार्थी यकीनन् ‘‘शिखर रेस्तरां’’ में रूकना और जो शिल्पकला उन्होंने बनाए हैं उन्हें दिखाना पसंद करेंगे। ऐसा करने से उनके लिए यह आसान होगा कि जब वे अपने घर जाएंगे तो अपने माता-पिता को बता सकते हैं कि उन्होंने आज क्या सीखा, क्योंकि विद्यार्थी पन्नों को मोड़कर अपने हाथों के लिए बे्रस्लेट (bracelet) बनाएंगे जिस पर उस दिन की आयत लिखी हुई होंगी। इस वी. बी. एस. में एक रोमांचित नया मिशन कार्यक्रम भी होगा जो आपके विद्यार्थियों की आंखों को संसार को देखने के लिए खोल देगी और मदद करने के उत्साहित भी करेगा।
आईए हम इस आनेवाले अवकाशीय मौसम के लिए तैयार हो जाएं और इसकी सर्दी को बाहर महसूस करने का अभिनय करें और स्वागत् करेें रोमांच से भरपूर ‘‘मंज़िल, बिना किसी सीमा के’’ वी.बी.एस. का। बर्फ में शायद थोड़ी सर्दी लग सकती है, और आप भी ‘‘बर्फीली’’ हवाओं या मौसम से थक सकते हो, लेकिन यह जरूर ही आपकी पूरी कलीसिया के लिए मनोरंजन से भरी एक साहसिक चढ़ाई होगी!