होमः संडे स्कूल जासूस
अपने मैग्निफाईंग ग्लास (अति सुक्ष्म दर्शी) और गुप्त डिकोडर को ले लें क्योंकि ....
... यह समय परमेश्वर के वचन में उतरने का है।
उस पहले सण्डे स्कूल के विषय को फिर से याद करना कितना उत्साहवर्धक है, जिसे मैंने कई वर्षो पूर्व लिखा था, इसी समय हमनें बच्चों की सेवकाई को आरम्भ किया था। मैक्सिको के सोनारो में, वो हमारा प्रथम वर्ष, जहॉ हम नमक के गन्द से भरे हुए एक बड़े से प्लाट में एक वाहन-घर में रहते थे। .. जहाँ न तो कोई वृक्ष, न साफ पीने का पानी और न ही बिजली थी। लेकिन वहीं पर ये विषय वस्तुऐं जन्मी। जिस दिन मैंने इसका अन्तिम अध्याय लिखा। परमेश्वर ने मुझे बच्चों की सेवकाई के लिए निरन्तर लिखते रहने को कहा। हम इसी लिखित पाठयक्रम के साथ आरम्भ करते हैं। जो कि अब मेरी बुलाहट बन चुकी है कि मैं मसीह की देह को किफायती सामग्री उपलब्ध करा सकूं, और अगली पीढ़ी को सम्पूर्ण भक्ति सहित, यीशु के शिष्यों के रुप में तैयार कर सकूं। हमने वास्तविक लेख में कुछ परिवर्तन किये हैं : कुछ खेल, हस्तशिल्प और कुछ एक बेहतर कलाकृतियों ने ली है, परन्तु छात्रों द्वारा खोज निकालने वाले साप्ताहिक संदेश वैसे ही उन्माद से भरा है, जैसे पहली बार था। वो जो 30 कलीसियाओं से आरम्भ होकर सैंकड़ों और फिर हजारों कलीसियाओं तक पूरी दुनियां में फैल गया। मैं परमेश्वर का धन्यवाद करती हूॅ, कि उसने मुझे चुनौती दी और उसे पूरा करने के लिए अग्रसर किया, और जिस बुलाहट को प्रभु ने मेरे जीवन में दिया उसकी मैं आज्ञाकारी होने के लिए धन्यवादी हूँ।
यीशु द्वारा मत्ती की पुस्तक में दिये दृष्टान्त हमेशा से मेरे मुख्य भाग रहे हैं। एक तरफ तो यह कार्य हमारे द्वारा किये कार्यों में अति साधारण हैं, परन्तु यदि आप यीशु के दृष्टान्तों के विषय में सोचें तो उनमें छिपे संदेशों में कुछ भी साधारण न था। यीशु ने भीड़ से दृष्टान्तों के स्वरुप में (पहेलियों) बातें की और लोगों को उसकी शिक्षाओं का अर्थ समझा दिया। शिक्षक होने के नाते आपका कार्य है कि छात्रों की सोच को पंख लगने दें, कि वे उड़ें और स्वयं को एक जासूस समझें। वे जल्द ही यीशु द्वारा दृष्टान्तों के अर्थ को खोज निकालेगें, जिन्हें हम आने वाले 13 सप्ताहों में अध्यन करने जा रहें हैं।
जितना अधिक आप छात्रों को उनकी स्वतन्त्र सोच से खोजने देगें, वे उतना ही अधिक गहराई से प्रत्येक अध्याय को समझेगें। फिर जल्द ही वे पाठ्यक्रम मे छिपे गुप्त सन्देश को समझने पायेंगें, कि परमेश्वर का राज्य .............
बहन क्रिस्टीना क्रॉस