चैंपियन्स संडे स्कूल
प्रिय शिक्षकों
हम प्रार्थना करते हैं कि परमेश्वर आपको आशीष दें जबकि आप उसकी सेवा करते और बच्चों के बीच पूरी दुनिया में सेवकाई करते हो। आप एक बदलाव ला रहे हो, साथ ही अनंतता के लिए जीवन परिवर्तित भी कर रहे हो!
हमारे पास आपके लिए एक सरप्राईज़ है। आप सोचते होंगे कि आप केवल एक संडे स्कूल शिक्षक होने के लिए चुने गये हो, लेकिन अब आपके काम का ब्यौरा बदलकर अब आप एक ‘कोच’ (अनुशिक्षक) बन गये हो! यह बिल्कुल सही है, इस साल हम बाइबल को एक ‘मुक्केबाजी’ के शीर्षक के अंतर्गत पढे़गे और साथ ही खेल के साथ कुछ मनोरंजन भी करने की आशा करते हैं। प्रिय शिक्षक, आप अभी से शुरू करें! आप एक शिक्षक के बजाय एक अनुशिक्षक (कोच) बनें, और यह आपको अपनी कक्षा के प्रत्येक विद्यार्थी के विषय में गहराई से ध्यान देने और उनके चैंपियन बनने के संघर्ष की प्रगति में उनकी मदद करने के लिए प्रेरित करेगा।
हम इस वर्ष आत्मा के फल के विषय में पढ़ेंगे। हालांकि, हम केवल फल को ही नहीं देखेंगे, लेकिन हमारी देह के उन सभी पापों को भी देखेंगे जो कि आत्मा के फल के विरोध में लड़ते रहते हैं। आपका लक्ष्य है कि आप अपने विद्यार्थियों को चैंपियन बनने में मदद करें। ऐसा करने के लिए, उन्हें न केवल अपने याद करने की आयत को और बाइबल कहानियों को सीखना होगा, बल्कि उन्हें आत्मा के फल को अपने दैनिक जीवन में भी अमल करने की आवश्यकता होगी।
बॉक्सिंग या मुक्केबाजी के विषय का उपयोग करते हुए, जब आपके विद्यार्थी आपके संडे स्कूल की कक्षा में होंगे, तब हम ऐसी कल्पना करें कि वे किसी प्रशिक्षण में हैं। वे परिश्रम कर रहे हैं, और परमेश्वर के बारे में और पाप के विरूद्ध लड़ाई के विषय में अधिक सीख रहे हैं। इसलिए आपकी कलीसिया उनके लिए प्रशिक्षण स्थल है।
जब आपके विद्यार्थी इस संसार में होते हैं, तब वास्तव में वे सभी ‘‘एक बॉक्सिंग रिंग’’ के अंदर होते हैं! यहीं पर वे वास्तव में अपने स्वयं के पापमय इच्छाओं के विरूद्ध संघर्ष करते हैं। उनका घर और स्कूल, इसलिए, वास्तव में उनके प्रतियोगी होते हैं और मुक्केबाजी का मैच होता है। ऐसा इसलिए होता है कि कलीसिया में, हम सब दिखावा करने में निपुण होते हैं और सही जवाब भी देते हैं। कृपया कोई भी बच्चा यह कभी न सोचें कि कलीसिया में आयत याद करके या सीखके उसने वह मैच जीत लिया है। वह केवल प्रशिक्षण मात्र ही है। जबकि वास्तविक प्रतियोगिता उनके जीवन में ही है। वे यदि उस सप्ताह सिखाये गये पाठोें को व्यवहारिक रूप से अपने जीवन में अमल करेंगे तो निश्चित रूप से वह मैच को जीत सकते हैं।
एक अनुशिक्षक होने के नाते आपका अंतिम कार्य होना चाहिए कि आप उन्हें पुरस्कृत करें और विजय हासिल करने पर उन्हें उत्साहित करें। कुछ पुरस्कारों को तैयार करों जो कि आप उन्हें जीतने पर प्रदान कर सको। उन्हें अपने गले से लगाओ या हर ‘‘पंच’’, राउंड या मैच के जीतने पर एक विशेष आवाज़ के साथ उनका उत्साह बढ़ाएं। उनके अनुशिक्षक होने के नाते, जो व्यवहार आप प्रदान करोगे वही व्यवहार आपको भी प्राप्त होगा जबकि बच्चे आपको प्रसन्न करने का प्रयास करेंगे।
हम आशा करते हैं कि एक अनुशिक्षक के रूप में अपने आप को तैयार पाकर आपको काफी अच्छा लगेगा, जहां पर आप अपनी कक्षा को एक खेल प्रशिक्षण केंद्र में सजा पाओगे, और कुछ मजेदार पुरस्कार प्रदान करने का समारोह भी कर पाओगे। आत्मा के फल के अनुसार जीने में सफलता ठीक वैसे ही मिलती है जैसे कि किसी खेल में मिलती है, और ठीक उनकी तरह जो दूसरों के मुकाबले कड़ी मेहनत करने के इच्छुक होते हैं। आप अपने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करने और चैंपियन बनने के लिए उत्साहित कर सकते हो। आप केवल उन पर विश्वास रखें जब कोई दूसरा ऐसा नहीं कर पा रहा है, और परमेश्वर को उनके जीवन में चमत्कार करते हुए देख सकते हो!
हमारा प्रभु परमेेश्वर आपको प्रेरित करेें, जबकि आप अपने विद्यार्थियों को इस आत्मा के फल के विषय में अनुशिक्षित करने की चुनौती को स्वीकार करते हो। हम प्रार्थना करते हैं कि आप संडे स्कूल शिक्षकों की सीमाओं से बाहर निकलकर, अपने विद्यार्थियों के जीवन में एक वास्तविक कोच बन सको!